Friday, March 24, 2023
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चंद्र ग्रह 2022 चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए टिप्स और साइड इफेक्ट्स

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Chandra Grahan 2022: चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर में ही रहने के लिए क्यों कहा जाता है?

चंद्र ग्रहण 2022
चंद्र ग्रहण 2022: चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए उपाय और दुष्प्रभाव

चंद्र ग्रहण 2022 टिप्स और साइड इफेक्ट्स: चंद्रमा पृथ्वी की छाया से ढका हुआ है, जिसका अर्थ है कि चंद्रमा की रोशनी बाधित है। चूंकि यह प्राकृतिक घटना नहीं है इसलिए प्रकृति का संतुलन बिगड़ जाता है। चांदनी के न होने का असर जीवों को महसूस होता है। चंद्रमा हालांकि दिन के दौरान दिखाई नहीं देता है, फिर भी प्रभाव महसूस किया जा सकता है। वातावरण में बैक्टीरिया बढ़ने के कारण भोजन को बाहर नहीं रखा जाता है। ग्रहण के दौरान लोग बाहर नहीं निकलते हैं। ये टिप्स भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से और अन्य राज्यों जैसे झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रहने वाले लोगों के लिए मददगार होंगे। यहां तक ​​कि संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी राज्य जैसे देशों को भी सावधानी बरतनी चाहिए।

चंद्र ग्रहण 2022 के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए टिप्स

  1. गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर रहने के लिए कहा जाता है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है और चंद्रमा हमारे शरीर में पानी को नियंत्रित करता है इसलिए चांदनी के प्रभाव के अभाव में इन महिलाओं में मन में भावनात्मक उथल-पुथल बहुत अधिक दर से बढ़ जाती है। घर के अंदर रहें, खुशनुमा गाने सुनें और कॉमेडी फिल्में देखें।
  2. ग्रहण के दौरान नए कार्यों की शुरुआत क्यों नहीं की जाती है? हर चीज का एक मुहूर्त (अच्छा/बुरा/औसत) होता है/ ग्रहण के दौरान, देशांतर और अक्षांश की डिग्री और ग्रहों की गति की सही गणना नहीं की जा सकती है। अत: नए कार्य/कार्यों को टालें।
  3. ग्रहण के दौरान उपवास करने की जरूरत नहीं है।
  4. चूंकि अंधेरा मजबूत है, साधना करने का सबसे अच्छा समय है।
  5. ग्रहण काल ​​में आप दिन के मंत्र का जाप कर सकते हैं। यदि संभव हो तो 5 माला (5*108 बार)

चंद्रग्रहण 2022 का गर्भवती महिलाओं पर प्रभाव

  1. अधिक ठंडी सर्दी।
  2. कुछ भूकंप और आग की घटनाएं
  3. ग्रहण देखने वाले सीमावर्ती राज्यों में परेशानी
  4. भावनात्मक उथल-पुथल।

श्रेष्ठ उपाय इस काल में दिन का मंत्र जाप करें। व्यक्तिगत प्रभाव कम होगा। प्रात:काल स्नान करके बायीं ओर दिया जलाकर 10 मिनट अपने पास बैठकर उपाय करें।




प्रकाशित तिथि: 8 नवंबर, 2022 3:24 पूर्वाह्न IST



अपडेट की गई तारीख: 8 नवंबर, 2022 3:24 अपराह्न IST



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